कोर टीम की बैठक में योगी ने कहा- चिकित्साकर्मियों की सुरक्षा के लिए बनाएं डेडिकेटेड टीम,
हर जिले में एल 1 अस्पताल विकसित करें
कोरोनावायरस के संक्रमण ने बड़ी महामारी का रूप ले लिया है। इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि चिकित्सा कर्मियों के बीच संक्रमण रोकने के लिए हर जिले में 'डेडिकेटेड टीम' बनाई जाए।
इसके साथ ही प्रदेश के हर जिले में एक-एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अतिरिक्त रूप से एल-1 अस्पताल के रूप में विकसित करें।
लॉकडाउन की समीक्षा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नेटीम-11 के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि डॉक्टर सहित सभी चिकित्साकर्मियों को प्रत्येक दशा में कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षित रखना जरूरी है।
मेडिकल इंफेक्शन को रोकने के लिए राज्य मुख्यालय और सभी प्रभावित जिलों में डेडीकेटेड टीम बनाई जाए। यह टीम सरकारी और निजी अस्पतालों में संक्रमण रोकने का कार्य करेगी। उन्होंने स्वास्थ्य के साथ ही साथ चिकित्सा शिक्षा विभाग को प्राथमिकता पर ऐसी टीमों का गठन करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों की श्रंखला तैयार करने, अस्पतालों में ऑक्सीजन की नियमित व सुचारू आपूर्ति रखने सहित प्रशिक्षण को और गति देने पर बल दिया। उन्होंने साफ कहा कि मेडिकल शिक्षा के विद्यार्थियों व आयुष आदि चिकित्सकों की भी मेडिकल ट्रेनिंग कराई जाए।
उन्होंने एल-1, एल-2 और एल-3 अस्पतालों की संख्या में वृद्धि करने के लिए भी कहा है। अतिरिक्त सीएचसी को एल-1 अस्पताल बनाने के लिए एक-एक अधिकारी को भी नामित किया जाएगा। जिला स्तर पर कार्यो के लिए अधिकारी नामित करें, जिससे कार्य सुचारू चलें और जिम्मेदार की जवाबदेही तय हो।
औद्योगिक इकाइयों में निवेश की नई संभावनाओं की तलाश करें
सरकार प्रदेश में स्थापित औद्योगिक इकाइयों के लॉकडाउन के बाद फिर संचालन के साथ ही संभावनाओं की नई राह भी तलाश रही है। नया निवेश आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौजूदा विभिन्न नीतियों की समीक्षा करने के साथ निर्देश दिए हैं।
उन्होंने श्रम कानूनों की समीक्षा और सुधार करने के लिए कहा है। उद्योगों की स्थिति पर रणनीति बनाने के तहत ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 रिस्पॉन्स-एन इंडस्टियल रिवाइवल स्ट्रैटजी पर केंद्रित प्रस्तुतीकरण देखा।
No comments:
Post a Comment