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Friday, 25 October 2019

उप्र: नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा- विपरीत हालात में रामपुर फतह अखिलेश की जीत

उप्र: नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा- विपरीत हालात में रामपुर फतह अखिलेश की जीत
लखनऊ (विद्या शंकर राय/ रवि श्रीवास्तव). उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और सपा के कद्दावर नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि रामपुर विधानसभा सीट को सरकार ने नाक का सवाल बना लिया था। सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान की पत्नी को हराने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी लगी थी। विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रचार के लिए रामपुर गए थे और वहां सपा को शानदार जीत मिली।

विधानसभाउपचुनाव का रिजल्ट आने के बाद प्रतिपक्ष रामागोविंद चौधरी ने दैनिक भास्कर ऐप से बातचीत की। इस दौरान उन्होंनेकानून व्यवस्था के मुददे पर भी बातचीत की।बातचीत के प्रमुख अंश-

सवाल:उपचुनाव के नतीजे आए हैं। रामपुर में सपा को जीत मिली है। क्या कहना चाहेंगे?
जवाब:सभी 11 सीटों पर सपा ने दमदारी के साथ चुनाव लड़ा। भाजपा ने अलोकतांत्रिक तरीके से सात सीटों परचुनाव जीता। सरकार के इशारे पर अधिकारी लगातार सपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी कर रहे थे या फिर उन्हें धमकाया जा रहा था। ऐसी स्थिति में भी सपा ने रामपुर सीट जीतकर सरकार को अपनी ताकत का एहसास करा दिया।
सवाल:सरकार ने अयोध्या में दीपोत्सव के लिए करोड़ों रुपए जारी किए। दूसरी तरफ होमगार्डस को इसलिए बाहर कर दिया है क्योंकि सरकार के पास वेतन देने के पैसे नहीं हैं?
जवाब; होमगार्ड को वेतन नहीं दिया जा रहा है, शिक्षकों को तीन-तीन महीने का वेतन नहीं मिल रहा। जबरन लोगों को रिटायर किया जा रहा है।सरकार अपने बजट से न तो सड़क बना रही है न तो एक यूनिट बिजली ला रही है। विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ।

सवाल; राज्य मेंपुलिस मुठभेड़ को लेकर सपा सवाल खड़े कर रही है। पुष्पेंद्र यादव मामले में भी सरकार के सामने विरोध जताया?
जवाब: ये मठभेड़ नहीं मर्डर था। दारोगा ने पुष्पेंद्र यादव की हत्या की थी।

सवाल; नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ेआएहैं। उप्र में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि हुई। सरकार का कहना है कि ये पुराने आंकडे हैं?
जवाब; सारी खराब बातों का ठीकरा अखिलेश यादव पर फोड़ा जा रहा है।

सवाल;आजम खानके खिलाफ 80 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए हैं। ऐसा क्यों है?
जवाब; आजम एक लोकप्रिय नेता हैं। अल्पसंख्यकों में उनकी पहचान है। उनके खिलाफ मुकदमे दायर कर सरकार अल्पसंख्यकों के भीतर खौफ का माहौल बनाना चाहती है। आजम ही नहीं सपा के नेता नाहिद हसन के खिलाफ भी जानबूझकर 12 मुकदमे दर्ज किए गए। यह लोकतंत्र नहीं तानाशाही है।

सवाल;राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर सरकार ने एक विशेष सत्र का आयोजन किया। आपकी पार्टी ने बहिष्कार क्योंकिया?
जवाब; सपा ने नहीं पूरे विपक्ष ने इसका बहिष्कार किया। ध्यान भटकाने के लिए जानबूझकर सत्र चलाया गया।

सवाल; लोकसभा चुनाव में सपा कोपांच सीटों पर सिमट गई। क्या आपको लगता है कि सपा का कोर वोटरपार्टी से छिटक रहा है?
जवाब; नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है। आप मुसलमान और यादवों का वोटिंग परसेंटेज देख लीजिए।

सवाल; आप पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। बसपा के साथ जब गठबंधन हुआ था तब क्या लगा था कि यह लंबे समय तक रहेगा या टूट जाएगा?
जवाब; हमें पूरा भरोसा था कि बसपा के साथ हमारा गठबंधन लंबे समय तक चलेगा। गठंधन क्यों टूटा यह मायावती ही बता सकती हैं।




source https://www.bhaskar.com

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