उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में रविवार को संजाफी हॉस्पिटल व ट्रामा सेंटर के प्रबंधक व संचालक डॉक्टर मुकेश गौतम के खिलाफ अयोध्या कोतवाली में केस दर्ज किया गया है। संचालक पर कोरोना संकट को लेकर जारी लॉकडाउन में प्रतिबंधों को तोड़कर ओपीडी व आईसीयू संचालित करने का आरोप है।
बता दें कि, इसी अस्पताल में जांच के लिए पहुंची सनेथू नत्थन का पुरवा गांव निवासी 25 वर्षीय गर्भवती महिला कोरोना पॉजिटिव मिली थी। 23 अप्रैल को यहां पहला कोरोना केस सामने आया था।
कोरोनावायरस के नोडल अधिकारी ने दर्ज करवाया केस
कोरोना के जिला नोडल अधिकारी डॉ. आरके देव ने संजाफी हास्पिटल के मैनेजर डॉ. मुकेश गौतम के खिलाफ धारा 188, 269, 270 व महामारी अधिनियम की धारा 3 व आपदा प्रबंधन की धारा 51 के तहत केस दर्ज करवाया है।
जिसमें डॉ. गौतम पर आरोप लगाया गया है कि साजिश के तौर पर उन्होंने कोरोना को फैलाने का प्रयास किया है और लॉकडाउन को तोड़ कर डीएम की बिना अनुमति के अपने अस्पताल का ओपीडी व आईसीयू को संचालित रखा।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि जिस महिला में कोरोना पाजिटिव मिला है, उसका परीक्षण व इलाज डा आकांक्षा ने 9 मार्च व 19 अप्रैल को भी किया था। जबकि 23 अप्रैल को जब अस्पताल ने कोरोना का टेस्ट करवाया तो उसमें पाजिटिव रिपोर्ट आई।
इस तरह से महामारी के बचाव को लेकर लगाए लॉकडाउन प्रतिबंधों को मनमानी तरीके से बार बार तोड़ा गया। इस समय आरोपित डॉ. मुकेश गौतम व संजाफी हास्पिटल के सभी स्टाफ को तिरूपति होटल में क्वारैंटाइन किया गया है।
संक्रमित महिला सुल्तानपुर में भर्ती
कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद महिला को सुल्तानपुर के आइसोलेशन सेंटर पर इलाज के लिए भेज दिया गया है। जबकि उसके गांव सनेथू को हॉट स्पॉट घोषित कर सील कर दिया गया है। गांव के सभी सदस्याँ की थर्मल स्क्रीनिंग कर उन्हें होम क्वारैंटाइन किया गया है।
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