
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में उरुवा के हाटा बुजुर्ग गांव निवासी 49 वर्षीय एक शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उसकी रिपोर्ट रविवार की शाम आई। यह गोरखपुर में कोरोना संक्रमण का पहला मामला है।
मरीज को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। वहीं, योगी सरकार की पहल पर सोमवार सुबह पंजाब में लॉकडाउन के बीच फंसे मजदूरों को रोडवेज की 10 बसों से लाया गया है। इन मजदूरों की स्क्रीनिंग कर उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया जाएगा।
संक्रमित के साथ एंबुलेंस से आए हैं उरुवा के तीन लोग
उरुवा के हाटा बुजुर्ग गांव निवासी व्यक्ति मजदूरी के सिलसिले में दिल्ली में था। जहां उसकी चार दिन पहले सांस लेने में दिक्कत हुई। इस पर उसके गांव के तीन साथियों ने उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया।
लेकिन शनिवार को सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। साथियों ने उनको दिल्ली में किसी दूसरे अस्पताल ले जाने की बजाय गोरखपुर लाने का फैसला किया। साथ में तीनों साथी भी दिल्ली से एम्बुलेंस में लौटे। एम्बुलेंस ने तीनों को उरुवा में उतारा।
शाम चार बजे के बाद ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर बेटा अपने पिता को लेकर पीएचसी उरूवा पहुंचा। यहां डॉक्टर आबिद ने उसकी जांच कर जिला अस्पताल रेफर किया। वहां से बीआरडी रेफर कर दिया गया।
रविवार शाम ग्रामीण को मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया।
बीआरडी के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि मरीज को उनके परिजन शाम करीब सात बजे एम्बुलेंस से लेकर पहुंचे। उसकी सांस फूल रही थी। सीने में दर्द की शिकायत थी। वह पहले से बीपी और शुगर के मरीज हैं।
उनकी हालत को देखकर डॉक्टरों ने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया। गले से लार का नमूना लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा गया। प्राचार्य ने बताया कि मरीज की हालत को देखते हुए उसके सैम्पल की जांच सीबी नेट मशीन से कराई गई।
यह मशीन करीब डेढ़ घंटे में रिपोर्ट देती है। रात करीब 10 बजे रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली। इसकी सूचना फौरन कमिश्नर, डीएम और सीएमओ को दी गई। मरीज के साथ ही परिजनों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है।
मरीज को लेकर उनके परिवारीजन रविवार की सुबह दिल्ली से आए थे। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुगर और बीपी का उपचार चल रहा था। घर पर शाम पांच बजे तबीयत खराब होने पर उनको पीएचसी उरुवा ले जाया गया, वहां से जिला अस्पताल फिर बीआरडी में एडमिट किया गया।
गांव के लिए रवाना हुई कोविड-19 टीम
मरीज के पॉजिटिव होने की सूचना के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। कमिश्नर जयंत नार्लीकर ने कमान संभाली। आनन-फानन में कोविड-19 टीम को गांव के लिए रवाना किया गया। इसके साथ ही उरुवा पीएचसी के डॉक्टरों को भी गांव में भेजा गया।
पुलिस टीम घर के सदस्यों का ब्योरा जुटाएगी। एम्बुलेंस से लौटे तीनों युवकों की तलाश करेगी। इसके साथ उनके परिवारीजनों को क्वारैंटाइन करेगी। टीम गांव के तीन किलोमीटर के एरिया को सील कर उसे सैनिटाइज करेगी।
मरीज के बेटे से पुलिस ने जानकारी ली है। उनके संपर्क में आए सभी लोगों को क्वारैंटाइन किया गया। कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद रात भर पुलिस और मेडिकल टीम दौड़भाग करती रही।
कमिश्नर ने कहा- कोविड प्रोटोकॉल का हो रहा पालन
गोरखपुर मंडल के कमिश्नर जयंत नार्लीकर ने कहा- दिल्ली से रविवार को लौटे उरुवा क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज शुरू हो गया है। साथ ही वह गांव में किन-किन लोगों से मिला इन सब की जानकारी जुटाई जा रही है। जो लोग संक्रमित के साथ आए थे। सभी को आइसोलेट कर दिया गया है। साथ सभी जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
250 मजदूर पंजाब से गोरखपुर पहुंचे
गोरखपुर और आसपास के जिलों के मजदूरों को लेकर यूपी रोडवेज की दस बसें सोमवार सुबह गोरखपुर पहुंचीं।हर बस में 20 से 25 मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए बैठाया गया था।एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सहजनवां अनुज मलिक ने बताया कि अलग-अलग जिले के मजदूरों को उनके जिले में भेजा जा रहा है।
गोरखपुर के मजदूरों को उनके तहसील और गांव में भेजकर प्राथमिक विद्यालयों में क्वारैंटाइन कराया जा रहा है।पंजाब के अलावा अन्य राज्यों से भी बसों से मजदूरों को आने का सिलसिला जारी रहेगा। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण बहुत से मजदूर अलग अलग राज्य में फंसे हुए हैं। जिन्हें वापस लाने के लिए सरकार ने पहल की है।
|
No comments:
Post a Comment