यहां लॉकडाउन में जनसंख्या बढ़ोत्तरी बन न जाए मुसीबत;
इसके लिए प्रशासन गांव-गांव बंटवा रहा परिवार नियोजन किट
समूचे देश में कोरोनावायरस की चेन तोड़ने के लिए जारी लॉकडाउन फेज 2 का आज 10वां दिन है, जो तीन मई तक प्रभावी रहेगा। इससे पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का फेज वन था। ऐसे में लोग घरों में कैद हैं, बाहर निकलने पर उन एफआईआर दर्ज हो रही है।जिसका असर ग्रामीण क्षेत्रों पर भी है। इस बीच उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में प्रशासन को जनसंख्या बढ़ने की चिंता सताने लगी है। स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव गर्भनिरोधक गोलियां व परिवार नियोजन के किट बांट रहा है। स्वास्थ्य महकमे का मानना है कि, इस लॉकडाउन के बाद जनसंख्या में अचानक इजाफा हो सकता है। अब तक 30 हजार कंडोम बांटे जा चुके हैं।
रोजी रोटी छिनने से लोग घरों में बैठे
पूरे देश में कोरोना वायरस से फैली महामारी से जिंदगी पर खतरा मंडरा रहा है। लॉकडाउन ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है। गैर राज्यों में कमाने वाले श्रमिक, कामगार व मजदूर अपने घरों को लौट आए हैं।ऐसे में बलिया में जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को जनसंख्या नियंत्रण का सबक देने के लिए अभियान शुरू किया है। ऐसे में गांव-गांव परिवार नियोजन के सभी संसाधन लोगों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आशा कार्यकत्रियां महिलाओं को व हेल्थ वर्कर पुरुषों को मुफ्त में गर्भनिरोधक संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं।
अचानक जनसंख्या में हो सकता है इजाफा
एसीएमओ डॉक्टर वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि, लॉकडाउन में परिवार के साथ लोग घरों में हैं। ऐसे में उनके मनोरंजन के साधन घर पर ही है। इसके लिए एक अभियान चलाकर आशा व स्वास्थ्य वर्कर के जरिए लोगों को परिवार नियोजन के उपाय बताए जा रहे हैं। गर्भ निरोधक गोलियां व अन्य संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के बारें में भी समझाया जा रहा है। क्या लॉकडाउन के बाद अचानक जनसंख्या वृद्धि हो सकती है अगर न दिया जाए तो? इस सवाल के जवाब में एसीएमओ ने कहा- हमारी जनसंख्या अचानक वृद्धि न कर जाए इसके लिए साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
source https://www.bhaskar.com
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