मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने संतों संग खेली होली;
बोले- यहां से दुनिया में जाना चाहिए सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश
राम मंदिर निर्माण शुरू होने की खुशी को लेकर इस साल अयोध्या में होली का त्योहार पूरे जोश और श्रद्धा के साथ सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल भी कायम कर रहा है। अयोध्या के दर्शन मंदिर में संत महंतों के साथ बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के मुद्दई रहे इकबाल अंसारी ने भी भागीदारी की।
संतो ने अंसारी के साथ फूल और गुलाब की होली खेली। साथ हीप्रभु राम को फूल चढ़ाकर व संतों को अबीर गुलाल लगाकर होली के त्यौहार को सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बताया।
इकबाल अंसारी ने कहा- अयोध्या की परंपरा रही है, यहां पर हिंदू मुस्लिम के पर्व में दोनों कौमों की भागीदारी होती रही है। प्रभु राम का मंदिर बनने जा रहा है। मंदिर मस्जिद का सालों पुराना विवाद खत्म हो गया है। ऐसे में किसी प्रकार की आपसी कटुता न रख कर, मंदिर निर्माण में सहयोग करना चाहिए। इसके साथ ही देश के विकास के बारे में सोचना चाहिए। होली के त्योहार में यहां से सांप्रदायिक सौहार्द व शांति का संदेश पूरे विश्व में जाएगा। उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रहा है इसलिए इस पर किसी प्रकार का प्रश्न उठाने का सवाल ही नहीं पैदा होता।
अयोध्या की होली इस बार मंदिर निर्माण की खुशी को लेकर पूरे जोश खरोश से मनाई जा रही है। मणिराम छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा कि 25 मार्च को नवरात्र शुरू हो रहा है। इसके पहले रामलला 27 साल बाद टेंट के मंदिर से मुक्त होकर फाइबर के बुलेट प्रूफ मंदिर में स्थापित हो जाएंगे। इसी के साथ मंदिर निर्माण की प्रक्रिया भी तेज हो रही है।
होली के त्यौहार पर मंदिर में आयोजित होली मिलन कार्यक्रम में मणिराम छावनी के महंत कमल नयन दास, रामलला मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास, महिला महंत ममता शास्त्री, हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास सहित अन्य मंदिरों के भी साधु महंत शामिल हुए। सभी ने एक दूसरे से अबीर गुलाल फूलों से होली खेली। संतो ने कहा कि यहां कटुता का कोई स्थान नहीं है। प्रभु राम का संदेश सबके बीच प्रेम मोहब्बत कायम कर रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने का है। यहां के मंदिरों में रंगभरी एकादशी से ही होली शुरू हो गई है, जो मंगलवार तक रोजाना ठाकुर जी को अबीर गुलाल लगाकर चलती रहेग
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