मुंबई व भोपाल से आगरा लौटे 7 को अस्पताल भेजा गया; कैंट स्टेशन सीज,
पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग शुरू
आगरा समेत पूरे प्रदेश को अब 27 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया गया है। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने आदेश जारी करते हुए कहा- अब बगैर जरुरी काम से घर से निकलने वाले लोगों को गिरफ्तार कर 14 दिन के लिए जेल भेजा जाएगा। उन पर धारा 188 के तहत केस भी दर्ज होगा।इसका पालन कराने के लिए मंगलवार से शहर में पुलिस के साथ पीएसी तैनात कर दी गई है। मंगलवार को मुंबई व भोपाल से लौटे सात लोगों को जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। वहीं, पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग भी शुरू हुई है।
वाहनों का आवागमन रोकने के लिए 122 जगहों पर बैरियर लगाए गए हैं। 108 स्थानों पर पुलिस तैनात की गई है। कोरोना से बचाव व उपायों की जानकारी देने के लिए कलक्ट्रेट में कंट्रोल रुम बनाया गया है। यदि कोई मुनाफा खोरी करे तो उसकी भी शिकायत यहां की जा सकती है। कंट्रोल रूम 0562-22605550 और 9454419029 पर फोन पर 24 घंटे संपर्क किया जा जा सकता है।
लॉकडाउन के मद्देनजर जीआरपी और आरपीएफ ने पूरा कैंट स्टेशन सीज कर दिया है। अनजाने में जो पर्यटक या यात्री स्टेशन की ओर आ रहे हैं, उन्हें समझा कर वापस भेजा जा रहा है। स्टेशन के सभी गेटों पर जीआरपी और आरपीएफ मुस्तैदी से तैनात है
और सिर्फ जिन रेलकर्मियों की वहां ड्यूटी है उन्हें ही स्टेशन परिसर में जाने दिया जा रहा है। स्टेशन को सैनेटाइज करने के साथ साथ आस पास की जगहों को भी सैनेटाइज किया जा रहा है और थाने में तैनात हर पुलिसकर्मी की विशेष स्क्रीनिंग कराई जा रही है।
थाना लोहामंडी के प्रतापनगर में पुलिस ने बेवजह घूमने वाले कुछ युवाओं से पुलिस ने डिप्स लगवाए और उन्हें वापस घर भेज दिया। साथ ही मैं समाज का दुश्मन हूं...वाले पोस्टर के साथ फोटो खींचकर उन्हें शर्मिंदा भी किया। इस दौरान लोग डॉक्टरों के पुराने पर्चे और तमाम पुरानी जांचों के कागजों को हथियार बनाकर सड़क पर घूमने का प्रयास कर रहे हैं पर पुलिस पहले से ही सतर्क है और बिना संतुष्ट हुए आगे नही जाने दे रही है।
source https://www.bhaskar.com
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