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Friday, 24 January 2020

ओडिशा से 1700 किमी दूर जयपुर आ गया गांजे का ट्रक

ओडिशा से 1700 किमी दूर जयपुर आ गया गांजे का ट्रक 

915 किलो गांजा पकड़ा, 7 तस्कर भी गिरफ्तार

जयपुर कमिश्नरेट बनने के बाद पुलिस ने नशे के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस टीम ने गुरुवार को पश्चिमी राजस्थान में सप्लाई होने के लिए ओडिशासे जयपुर तक आ गया गांजे का ट्रक पकड़ा। दो बड़े तस्करों के साथ सप्लाई चेन से जुड़े 5 अन्य तस्करों को गिरफ्तार किया। ताज्जुब है कि ओिडशा से जयपुर तक 1700 किमी. के इस सफर में किसी राज्य की पुलिस ने किसी नाकाबंंदी में ट्रक नहीं पकड़ा। जयपुर में बस्सी टोलनाके पर यह ट्रक पकड़ा गया।

जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने नशे के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन स्वीप चलाया हुआ है। ट्रक में 915 किलो गांजा मिला। ट्रक के साथ पकड़े गए यूपी के फरुखाबाद निवासी चंदन कुमार, बिहार के बक्सर निवासी मुन्नू कुमार यादव की निशानदेही पर नागौर व कोटा में दबिश देकर पांच अन्य तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। एडिशनल कमिश्नर अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि एडिशनल डीसीपी विमल सिंह, इंस्पेक्टर लखन खटाना व सुरेन्द्र यादव की टीम को सूचना मिली थी कि गांजे की बड़ी खेप ओिडशा से आने वाली है। टीम ने गांजा लाने वाली गाड़ी के नंबर व तस्करों की पहचान की। बुधवार रात बस्सी टोल पर जैसे ही मिनी ट्रक आया तो रोककर तलाशी ली। गांजा मिला। ये ट्रक नागौर के डीडवाना में जाना था।

कानपुर, आगरा, भरतपुर में सप्लाई देते हुए नागौर जा रहे थे

पहली टीम ने कोटा से तस्कर भोलाप्रसाद गुप्ता व साथी शिवशंकर व किशन अली को पकड़ लिया। ये तीनों ट्रक से गांजा लाने वालों से फोन पर लगातार संपर्क में थे। बिहार के बक्सर निवासी भोला ओिडशा में रहकर सस्ते भावों में गांजा खरीदकर ट्रकों से राजस्थान, बिहार, यूपी, हरियाणा, पंजाब व आन्ध्र प्रदेश सप्लाई कराता है। भोला ट्रक चालक को कह रखा था कि डीडवाना में रोड किनारे ट्रक खड़ा करके सो जाना। सुबह मेरे लोग खाली कर लेंगे। भोला ने हाल ही तस्करी से करोड़ों रुपए कमाकर कपड़े का शोरूम खोला है।उधर, कमिश्नरेट की दूसरी टीम ने नागौर के डीडवाना में दबिश देकर तस्कर तुलसीराम व ओमप्रकाश को पकड़ा। ये दोनों गांजा नागौर, सीकर, बीकानेर में बेचते। इन दोनों ने भी कुछही दिनों में तस्करी से कमाए रुपयों से जयपुर रोड पर करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी खरीद ली।

रोजाना 50 से 60 किलो गांजा सप्लाई करते हैं
तुलसीराम व ओमप्रकाश लग्जरी कारें रखते है। पहले भी मादक पदार्थों की तस्करी में पकड़े गए हैं।

  • आरोपी हर बार रूट बदलकर गांजा तस्करी करते हैं। इसलिए पुलिस ने भी कार्रवाई करने के लिए बस्सी टोल, दौसा, मनोहरपुर, कौथून, बगरू व सीकर रोड पर नाकाबंदी लगाई थी।
  • तस्करी में अलग-अलग राज्यों में ट्रक की नंबर प्लेट बदलते हैं।
  • पिछले चार माह में ही ये गैंग अलग-अलग राज्यों में 10 टन से ज्यादा गांजा सप्लाई कर चुका है।

पकड़़ा गया ओमप्रकाश पैरोल से फरार चल रहा है
पकड़े गए तस्करों में एक ओमप्रकाश तस्करी के मामले में ही जेल में रहा। पैरोल पर छूटा, फरार होकर फिर से गांजा तस्करी करने लगा। यह पूरा गैंग ओड़ीसा से उप्र के आगरा, कानपुर, फरुखाबाद, भरतपुर, जयपुर, चौमूं, सीकर, हनुमानगढ़, गंगानगर, बीकानेर, डीडवाना, नागौर में गांजे की तस्करी कर रहा है। ओड़ीसा में 10 लाख रुपए में 10 क्विंटल गांजा खरीदा। राजस्थान में 40 लाख में बेचा। बड़े तस्करों से छोटे बेचने वालों तक 80 में बिका...गांजा पीने वालों ने यह गांजा 2 करोड़ में खरीदा।

ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत तीन माह में 250 तस्कर गिरफ्तार

ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत पिछले तीन माह में 250 तस्कर गिरफ्तार, जिनमें 20 से ज्यादा महिलाएं शामिल है। पुलिस ने तस्करों के खिलाफ 206 प्रकरण दर्ज किए हैं। तस्करों से करोड़ों रुपए कीमत के अलग-अलग मादक पदार्थ व वाहन जब्त किए है। जयपुर में मादक पदार्थों का ज्यादातर कॉलेज छात्र, युवा वर्ग व मजदूर वर्ग सेवन करते है। दबिश के दौरान ज्यादातर नाबालिग बच्चे मिलते हैं।

तस्करों ने गांजे के कट्टो के ऊपर चावल का भूसा भर रखा था, ताकि पुलिस को नाकाबंदी के दौरान शक ना हो।

source https://www.bhaskar.com 

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