83 साल की उम्र में पीके बनर्जी का निधन,
फीफा ने 20वीं शताब्दी में भारत का सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ी घोषित किया था
1962 के एशियन गेम्स में भारत को फुटबॉल का गोल्ड दिलाने वाले पीके. बनर्जी की शुक्रवार को 83 साल की उम्र में कोलकाता केमेडिका सुपरस्पेशिलिटी अस्पतालमें मौत हो गई। वे 2 मार्च से निमोनिया के कारण अस्पताल में भर्ती थे।उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। इसके बाद से ही उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था थे। लेकिन शुक्रवार दोपहर करीब 12.30 बजे उन्होंने अंतिमसांस ली।उन्हें पार्किंसन, दिल की बीमारी और डिम्नेशिया भी था।उनके छोटे भाई प्रसून बनर्जी तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं।
बनर्जी ने भारत के लिए 84 मैच में 65 गोल किए थे। उन्होंने 1960 के रोम ओलिंपिक में भारत की कप्तानी की थी और फ्रांस के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ रहे मैच में भारत की तरफ से बराबरी का गोल दागा था। वे 1956 के मेलबर्न ओलिंपिक खेलने वाली भारतीय टीम के भी सदस्य थे। तब भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से हराया था और वह चौथे स्थान पर रही थी।
फीफा ने बनर्जी को 2004 में ऑर्डर ऑफ मेरिट दिया था
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ ने उन्हें 20वीं शताब्दी में भारत का सबसे महान फुटबॉलर घोषित किया था। 2004 में फीफा ने इसके लिए उन्हें ऑर्डर ऑफ मेरिट दिया था।https://ift.tt/2QwpdTE
No comments:
Post a Comment