कुशल पंजाबी के निधन का सोच अब भी कांप जाते हैं चेतन हंसराज,
सदमे से उबरने मुंबई छोड़ गुजरात रवाना हुए

अभिनेता कुशल पंजाबी के निधन से जहां उनका परिवार बिखर गया है तो वहीं उनके दोस्तों को भी सदमा पहुंचा है। कुशल के बेस्ट फ्रेंड चेतन हंसराज अब भी बेहद सदमे में हैं और इससे उबरने के लिए वे कुछ दिन के लिए परिवार समेत मुंबई छोड़ गुजरात अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं। इससे पहले एक बातचीत में उन्होंने कहा, "पिछले कुछ दिन मेरे लिए बहुत कठिन रहे। यहां मुझे रहने में मुश्किल हो रही है और मैं मुंबई से दूर जाना चाहता हूं।"
'कुशल के बारे में सोच अब भी पूरा हिल जाता हूं'
चेतन ने आगे कहा, "मैं अब भी यह सोचकर पूरा हिल जाता कि कुशल अब हमारे बीच नहीं रहा। मैं इस दर्द को अब और नहीं सह सकता। मुझे कुछ समय के लिए दूर जाने की जरूरत है।" कुशल करीब 20 साल से चेतन के दोस्त थे। दोनों हर दिन एक-दूसरे को मैसेज करते थे और एक-दूसरे के लिए हमेशा मौजूद थे। वे एक बाइकर ग्रुप के सदस्य थे और हर दिन राइड पर जाते थे।
चेतन ने ही पंखे से बॉडी नीचे उतारी थी
37 साल के कुशल पंजाबी ने 26 दिसंबर को सुसाइड किया था। वे अपने घर में सीलिंग फेन से लटके पाए गए थे। चेतन ने कुशल के पैरेंट्स के साथ मिलकर डुप्लीकेट चाबी से घर का ताला खोला था और दुर्भाग्य से उनकी बॉडी को नीचे उतारने वालों में भी वे शामिल थे। 27 दिसंबर को कुशल का अंतिम संस्कार मुंबई में किया गया।
source https://www.bhaskar.com
'कुशल के बारे में सोच अब भी पूरा हिल जाता हूं'
चेतन ने आगे कहा, "मैं अब भी यह सोचकर पूरा हिल जाता कि कुशल अब हमारे बीच नहीं रहा। मैं इस दर्द को अब और नहीं सह सकता। मुझे कुछ समय के लिए दूर जाने की जरूरत है।" कुशल करीब 20 साल से चेतन के दोस्त थे। दोनों हर दिन एक-दूसरे को मैसेज करते थे और एक-दूसरे के लिए हमेशा मौजूद थे। वे एक बाइकर ग्रुप के सदस्य थे और हर दिन राइड पर जाते थे।
चेतन ने ही पंखे से बॉडी नीचे उतारी थी
37 साल के कुशल पंजाबी ने 26 दिसंबर को सुसाइड किया था। वे अपने घर में सीलिंग फेन से लटके पाए गए थे। चेतन ने कुशल के पैरेंट्स के साथ मिलकर डुप्लीकेट चाबी से घर का ताला खोला था और दुर्भाग्य से उनकी बॉडी को नीचे उतारने वालों में भी वे शामिल थे। 27 दिसंबर को कुशल का अंतिम संस्कार मुंबई में किया गया।
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