विद्या ने बताई बायोपिक 'शकुंतला देवी' की रिलीज डेट, 5 मई 2020 को रिलीज होगी फिल्म

विद्या बालन स्टारर बायोपिक 'शकुंतला देवी : ह्युमन कंप्यूटर' की रिलीज सामने आ गई है। फिल्म की रिलीज डेट की जानकारी विद्या बालन ने एक इंट्रेस्टिंग वीडियो शेयर करके दी। उन्होंने पहेलियों के रूप में फैन्स से रिलीज डेट पूछीऔर फिर वीडियो के अंत में खुद डेट बता दी। यह फिल्म 8 मई 2020 को रिलीज होगी। यह फिल्म ह्यूमन कंप्यूटर नाम से मशहूर रहीं शकुंतला देवी की जिंदगी को पर्दे पर दिखाएगी।
महिलाओं के हाथ में फिल्म की कमान:फिल्म का निर्देशन अनु मेनन कर रही हैं और इसका स्क्रीनप्ले उन्होंने नयनिका महतानी के साथ मिलकर लिखा है। वहीं फिल्म की डायलॉग राइटर इशिता मोइत्रा हैं। यह संभवत: पहली ऐसी हिंदी फिल्म है, जिसमें डायरेक्शन से लेकर राइटिंग और मेन लीड तक की कमान महिलाओं के हाथों में हैं।
कौन थीं शकुंतला देवी : शकुंतला देवी मैथ्स जीनियस के तौर पर जानी जाती थीं। गणित पर धाकड़ पकड़ के चलते उनका नाम 1982 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ था। उन्होंने कई किताबें भी लिखीं जिसमें नॉवेल, मैथ्स पर बेस्ड बुक्स, पजल और एस्ट्रोलॉजी बुक्स भी शामिल हैं। उनकी किताब ‘द वर्ल्ड ऑफ होमोसेक्सुअल्स’ को भारत में होमोसेक्सुअलिटी पर बेस्ड पहली स्टडी के तौर पर लिया जाता है।
ऐसे नाम पड़ा ह्यूमन कम्प्यूटर: 1977 में डलास यूनिविर्सटी में शकुंतला का मुकाबला कम्प्यूटर ‘यूनीवैक’ से हुआ। शकुंतला को गणना करके 201 अंकों की एक संख्या का 23वां मूल निकालना था। इसे हल करने में उन्हें 50 सेकंड लगे। वहीं ‘यूनीवैक’ ने इसके लिए 62 सेकंड का समय लिया। इसके बाद से दुनियाभर में शकुंतला को ह्यूमन कम्प्यूटर के नाम से जाना जाने लगा।source https://www.bhaskar.com
महिलाओं के हाथ में फिल्म की कमान:फिल्म का निर्देशन अनु मेनन कर रही हैं और इसका स्क्रीनप्ले उन्होंने नयनिका महतानी के साथ मिलकर लिखा है। वहीं फिल्म की डायलॉग राइटर इशिता मोइत्रा हैं। यह संभवत: पहली ऐसी हिंदी फिल्म है, जिसमें डायरेक्शन से लेकर राइटिंग और मेन लीड तक की कमान महिलाओं के हाथों में हैं।
कौन थीं शकुंतला देवी : शकुंतला देवी मैथ्स जीनियस के तौर पर जानी जाती थीं। गणित पर धाकड़ पकड़ के चलते उनका नाम 1982 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ था। उन्होंने कई किताबें भी लिखीं जिसमें नॉवेल, मैथ्स पर बेस्ड बुक्स, पजल और एस्ट्रोलॉजी बुक्स भी शामिल हैं। उनकी किताब ‘द वर्ल्ड ऑफ होमोसेक्सुअल्स’ को भारत में होमोसेक्सुअलिटी पर बेस्ड पहली स्टडी के तौर पर लिया जाता है।
ऐसे नाम पड़ा ह्यूमन कम्प्यूटर: 1977 में डलास यूनिविर्सटी में शकुंतला का मुकाबला कम्प्यूटर ‘यूनीवैक’ से हुआ। शकुंतला को गणना करके 201 अंकों की एक संख्या का 23वां मूल निकालना था। इसे हल करने में उन्हें 50 सेकंड लगे। वहीं ‘यूनीवैक’ ने इसके लिए 62 सेकंड का समय लिया। इसके बाद से दुनियाभर में शकुंतला को ह्यूमन कम्प्यूटर के नाम से जाना जाने लगा।source https://www.bhaskar.com
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