नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा में घायल तारिक की 20 दिन बाद मौत,
संवेदनशील इलाकों में भारी संख्या में फोर्स तैनात
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 23 फरवरी को उपरकोट और बाबरी मंडी बवाल में गोली लगने से घायल हुए तारिक ने शुक्रवार देर रात उपचार दौरान दम तोड़ दिया। मौत की खबर मिलते ही परिवार व आस पास पड़ोस के लोग मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। पुलिस प्रशासनिक अफसर भी यहां आ गए। मौत की सूचना मिलते ही संवेदनशील इलाकों में भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है।पथराव व आमने-सामने की फायरिंग में आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस दौरान तारिक समेत चार को गोली लगी थी। तारिक को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जबकि बाकी जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए थे। इसके बाद से ही तारिक पुत्र मुनव्वर का यहां उपचार चल रहा था।
ब्रेन हेमरेज की वजह से बिगड़ी थी तारकि की तबियत
11 मार्च को ब्रेन हेमरेज होने के कारण जब तारिक की हालत बिगड़ी तो चिकित्सकों ने वेंटीलेटर पर रखा था। शुक्रवार रात तकरीबन सवा दस बजे उपचार के बीस दिन बाद उसने दम तोड़ दिया।तारिक की मौत की खबर मिलते ही एडीएम सिटी राकेश मालपाणि, एसपी क्राइम डॉ. अरविंद कुमार समेत तमाम अफसर मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। तारिक के शव का पंचनामा भरवाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बाबरी मंडी और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ी
जेएन मेडिकल कॉलेज में घायल तारिक की मौत की खबर मिलते ही बाबरी मंडी में हाईअलर्ट कर दिया गया। चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात कर दी वहीं पुलिस प्रशासनिक अफसरों के साथ पुलिस व आरआरएफ ने पूरे इलाके में पैदल मार्च निकालकर लोगों को शांति बनाए रखने व घरों से न निकलने की अपील करना शुरू कर दिया। देर रात तक फोर्स संग अमला यहां डटा रहा।वहीं एडीएम सिटी राकेश मालपाणि ने कहा कि बाबरी मंडी में 23 फरवरी को हुए बवाल में घायल तारिक ने जेएन मेडिकल कॉलेज में उपचार दौरान दम तोड़ दिया है। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा। सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।
source https://www.bhaskar.com
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